Aaj Ka Choghadiya jaipur in Hindi: भारतीय संस्कृति में समय का बहुत महत्व है, और समय को शुभ-अशुभ में बाँटकर हर कार्य को सही समय पर करने की परंपरा काफी पुरानी है। चौघड़िया इसी परंपरा का हिस्सा है, जिसे खासतौर पर यात्रा, पूजा-पाठ, नए कार्यों की शुरुआत, निवेश, व्यापारिक लेनदेन या किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय से पहले देखा जाता है। आजकल तो लोग घर की नींव रखने से लेकर गाड़ी खरीदने तक में चौघड़िया का ध्यान रखते हैं। इस लेख में हम जानेंगे Aaj Ka Choghadiya jaipur 9 अप्रैल 2025, बुधवार के लिए पूरे दिन और रात का चौघड़िया, ताकि आप भी दिनभर में किसी शुभ कार्य की शुरुआत सही समय पर कर सकें और सफलता प्राप्त करें।
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चौघड़िया क्या है
चौघड़िया शब्द संस्कृत के दो शब्दों से बना है – ‘चौ’ यानी चार और ‘घड़ी’ यानी समय की इकाई। इसका अर्थ है लगभग चार घड़ी यानी करीब 1.5 घंटे की अवधि। दिन और रात को मिलाकर कुल 8-8 चौघड़िया होते हैं, जो हर दिन अलग-अलग होते हैं। इनमें से कुछ चौघड़िया को शुभ और कुछ को अशुभ माना जाता है।
शुभ चौघड़िया – जैसे कि लाभ, अमृत, और शुभ, को कार्यों की शुरुआत के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। वहीं काल, रोग, और उद्वेग जैसे चौघड़िया समय अशुभ माने जाते हैं और इन समयों में बड़े फैसले या पूजा-पाठ करने से बचना चाहिए। चौघड़िया प्रणाली को भारतीय वैदिक ज्योतिष का हिस्सा माना जाता है और यह आज भी प्रासंगिक बनी हुई है।
Aaj Ka Choghadiya jaipur in Hindi
सूर्योदय का समय – 06:09 AM
सूर्यास्त का समय – 06:48 PM
इस दिन के चौघड़िया का निर्धारण सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर किया गया है, जो हर दिन शहर के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है।
दिन का चौघड़िया (06:09 AM – 06:48 PM)
लाभ (06:09 AM – 07:44 AM): यह समय व्यापार, धन संबंधी कार्य और निवेश के लिए उत्तम है।
अमृत (07:44 AM – 09:19 AM): अत्यंत शुभ समय, जिसमें किसी भी कार्य की शुरुआत सफलता दिला सकती है।
काल (09:19 AM – 10:54 AM): यह समय हानिकारक और टालने योग्य है।
शुभ (10:54 AM – 12:29 PM): कार्य आरंभ, पूजा-पाठ और मुलाकातों के लिए अच्छा समय।
रोग (12:29 PM – 02:03 PM): यह समय बीमारियों या मानसिक तनाव को दर्शाता है, सावधानी रखें।
उद्वेग (02:03 PM – 03:38 PM): किसी भी बड़े निर्णय से परहेज करें, यह समय अशांत ऊर्जा का संकेत है।
चर (03:38 PM – 05:13 PM): यह समय सामान्य कार्यों के लिए उपयुक्त है, स्थायित्व की कमी हो सकती है।
लाभ (05:13 PM – 06:48 PM): दिन के अंत में फिर से लाभदायक समय शुरू हो रहा है, यात्रा या खरीदारी के लिए अच्छा समय।
रात्रि का चौघड़िया (06:48 PM – 06:08 AM अगले दिन तक)
उद्वेग (06:48 PM – 08:13 PM): शाम का यह समय अशुभ है, कार्यों को स्थगित करना बेहतर रहेगा।
शुभ (08:13 PM – 09:38 PM): अगर रात में कोई पूजा या काम करना हो तो यह समय उपयुक्त है।
अमृत (09:38 PM – 11:03 PM): रात का सबसे शुभ समय, ध्यान, मंत्र जाप, या कोई धार्मिक कार्य करें।
चर (11:03 PM – 12:28 AM): इस समय में छोटे कार्य जैसे ईमेल भेजना, फोन कॉल आदि किए जा सकते हैं।
रोग (12:28 AM – 01:53 AM): इस समय मानसिक या शारीरिक अस्वस्थता हो सकती है।
काल (01:53 AM – 03:18 AM): किसी भी प्रकार का नया कार्य इस समय न करें।
लाभ (03:18 AM – 04:43 AM): आर्थिक योजना, ऑनलाइन कार्य आदि के लिए यह समय ठीक है।
उद्वेग (04:43 AM – 06:08 AM): प्रातः का यह समय अशुभ है, ध्यान या मंत्र जाप से इस समय को संतुलित किया जा सकता है।
चौघड़िया का प्रयोग कैसे करें? (Process to Apply Choghadiya)
चौघड़िया को जीवन में लागू करना बिल्कुल सरल है। यदि आप कोई कार्य शुरू करने जा रहे हैं—जैसे नया व्यापार, मकान का शिलान्यास, वाहन खरीदना, पूजा करना या यात्रा पर निकलना—तो बस दिन का चौघड़िया देखकर यह तय कर लें कि आप लाभ, शुभ या अमृत समय में कार्य कर रहे हैं। इस तरह आपको ईश्वर की कृपा और समय की अनुकूलता दोनों मिल जाती हैं।
यदि आपके पास समय की कमी है और आप शुभ समय नहीं चुन पा रहे हैं, तो कम से कम काल, रोग और उद्वेग जैसे अशुभ चौघड़िया में कोई बड़ा या निर्णयात्मक कार्य न करें। इससे कार्य में रुकावट या नुकसान की संभावना रहती है। सिर्फ पंचांग के ऐप या वेबसाइट पर निर्भर न रहें; विश्वसनीय स्रोत से समय जांचें।
निष्कर्ष
चौघड़िया एक बेहद आसान और प्रभावशाली विधि है, जिससे आप दिनभर के कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं और अपने जीवन में शुभता ला सकते हैं। बुधवार, 9 अप्रैल 2025 का आज का चौघड़िया स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि सुबह और शाम के समयों में लाभ, शुभ और अमृत जैसे अच्छे चौघड़िया मौजूद हैं। यदि आप इन समयों में अपने कार्य करेंगे, तो निश्चित रूप से सफलता, शांति और समृद्धि मिलेगी।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न ज्योतिषीय गणनाओं, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और मान्यताओं के आधार पर प्रस्तुत की गई है। हिन्दीसनातन इस जानकारी की सत्यता या सटीकता का दावा नहीं करता है। पाठकों से अनुरोध है कि इसे केवल जानकारी के रूप में लें और किसी भी धार्मिक या आध्यात्मिक निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें। हमारा उद्देश्य किसी भी प्रकार के अंधविश्वास या गलत धारणाओं को बढ़ावा देना नहीं है।