Aaj ka Choghadiya Jaipur 12 August 2025: “राधे राधे” किसी भी काम से पहले चौघड़िया देखना उत्तम होता है चौघड़िया आठ-आठ हिस्से का होता है दिन ओर रात का, मतलब की 12 घंटा दिन का ओर 12 घंटा रात का ओर हर चौघड़िया 1.5 घंटे का एक चोंगड़िया होता है सातों वार के चौघड़िया एक समान नहीं होते है वो अलग-अलग होते है, आइए जानते है आज का चौघड़िया जयपुर के बारे मे जानेंगे कब है आपके लिए सही मुहूर्त।
Aaj ka Choghadiya Jaipur 12 August 2025 आज का चौघड़िया जयपुर
दिन का चोघड़िया (Din ka Choghadiya)
चोघड़िया (शुभ-अशुभ) | समय |
---|---|
रोग (अशुभ) | 05:58 – 07:36 AM |
उद्वेग (अशुभ) | 07:36 – 09:15 AM |
चर (शुभ) | 09:15 – 10:53 AM |
लाभ (शुभ) | 10:53 – 12:32 PM |
अमृत (शुभ) | 12:32 – 02:10 PM |
काल (अशुभ) | 02:10 – 03:48 PM |
शुभ (शुभ) | 03:48 – 05:27 PM |
रोग (अशुभ) | 05:27 – 07:05 PM |
रात का चोघड़िया (Raat ka choghadiya)
चोघड़िया (शुभ-अशुभ) | समय |
---|---|
काल (अशुभ) | 07:05 – 08:27 PM |
लाभ (शुभ) | 08:27 – 09:49 PM |
उद्वेग (अशुभ) | 09:49 – 11:10 PM |
शुभ (शुभ) | 11:10 – 12:32 AM |
अमृत (शुभ) | 12:32 – 01:54 AM |
चर (शुभ) | 01:54 – 03:15 AM |
रोग (अशुभ) | 03:15 – 04:37 AM |
काल (अशुभ) | 04:37 – 05:59 AM |
चौघड़िया क्यों देखते है
किसी भी शुभ कार्य से पहले दिन हो या रात हम चौघड़िया देखते है. चौघड़िया हम अपने नए काम जेसे – नया व्यवसाय शुरू करना, या फिर यात्रा पर निकलने से पहले चौघड़िया देखते है, विवाह या मांगलिक कार्य के लिए, किसी नई वस्तु की खरीदारी के लिए चौघड़िया का परियोग करते है ओर किसी भी शुभ कार्य से पहले चौघड़िया देखना उत्तम होता है।
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राहुकाल क्या होता है
देखो राहुकाल वो समय होता है जब राहु का प्रभाव सबसे अधिक होता है। चौघड़िया के अनुसार ज्योतिष में राहुकाल समय को अशुभ माना गया है। इसलिए किसी भी काम या शुभ कार्य हो जैसे की यात्रा पे जाना, खरीदारी, विवाह, मुंडन और भी कार्य राहुकाल में नहीं किया जाता।
निष्कर्ष
कोई भी काम करना हो तो चौघड़िया देखन जरूरी होता है, क्योंकि चौघड़िया देख के शुभ मुहूर्त मे ही काम करना चाइये ऊपर दिए गए जयपुर चौघड़िया को देख के आप अपना रुका हुआ काम शुरू कर सकते है, ऐसे ही रोज चौघड़िया देखने के लिए जुड़े रहे हमारे साथ।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न ज्योतिषीय गणनाओं, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और मान्यताओं के आधार पर प्रस्तुत की गई है। हिन्दीसनातन इस जानकारी की सत्यता या सटीकता का दावा नहीं करता है। पाठकों से अनुरोध है कि इसे केवल जानकारी के रूप में लें और किसी भी धार्मिक या आध्यात्मिक निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें। हमारा उद्देश्य किसी भी प्रकार के अंधविश्वास या गलत धारणाओं को बढ़ावा देना नहीं है।
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