sukh karta dukh harta lyrics: सुख कर्ता दुख हर्ता भजन लीरिक्स, गणेश जी की आरती

Published On: July 25, 2025
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Anjali jain sukh karta dukh harta lyrics

गणेश जी की “sukh karta dukh harta lyrics” आरती सिर्फ भक्ति का साधन नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था का एक गहरा अहसास है। जब भी घर में गणेश  चतुर्थी, कोई पूजा या नया काम शुरू होता है, तो सबसे पहले इसी आरती की गूंज सुनाई देती है। मंदिरों मे ओर घरों में रोज़, पूरे देश में खास मौकों पर यह आरती ज़रूर गाई जाती है।

शायद आपको नहीं पता होगा, यह sukh karta dukh harta lyrics bhajan आरती  मराठी में लिखी गई और इसका हर शब्द सुख-शांति, समृद्धि और सारी परेशानियों से मुक्त करता है। “सुखकर्ता” यानी जो जीवन में सुख लाता है, “दुखहर्ता” जो सभी दुखों का निवारण करता है। यही वजह है कि भक्त बड़े प्रेम से गणेश जी की आरती “जय देव जय देव” बोलकर उनके सामने सिर झुकाते हैं।

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आखिर इस (Shendur Lal Chadhayo) आरती के बोल में क्या खास है, और इसे पढ़ने, गाने या सुनने से किस तरह का आध्यात्मिक लाभ मिलता है। 

sukh karta dukh harta lyrics arth आरती अर्थ 

सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
कंठी झळके माल मुकताफळांची
जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया
जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना
दास रामाचा वाट पाहे सदना
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवर वंदना
जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको
दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको
हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको
महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको
जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता
जय देव जय देव
अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरि
विघ्नविनाशन मंगल मूरत अधिकारी
कोटीसूरजप्रकाश ऐबी छबि तेरी
गंडस्थलमदमस्तक झूले शशिबिहारि
जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता
जय देव जय देव
भावभगत से कोई शरणागत आवे
संतत संपत सबही भरपूर पावे
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे
गोसावीनंदन निशिदिन गुन गावे
जय जय श्री गणराज विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता
जय देव जय देव
सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
कंठी झलके माल मुकताफळांची
जय देव जय देव जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति
जय देव जय देव

“सुखकर्ता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची
कंठी झलके माल मुकताफळांची”

अर्थात
हे गणेश जी! आप ही सब सुख देने वाले, ओर आप ही दुख दूर करने वाले हैं। आपके भक्तों पर आपकी कृपा हमेशा बनी रहती है। आपका स्वरूप बहुत सुंदर है, माथे पर सिन्दूर, गले में मोतियों की माला और चेहरे पर हमेशा मुस्कान है। गणेश जी के मुखोटे, पहनावे, अलंकार और भक्तों को मिलने वाले शुभ फलों का ज़िक्र आता है।
“जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ति
दर्शनमात्रे मनःकमाना पूर्ति”
भगवान से भक्त सिर्फ यही मांगते हैं कि गणेश जी के दर्शन से मन की सारी इच्छाएं पूरी हो जाएँ।

sukh karta dukh harta lyrics in English

Sukhkarta Dukhharta Vaarta Vighnachi
Noorvi Poorvi Prem Krupa Jayachi
Sarvaangi Sundar Uti Shendu Raachi
Kanthi Jhalake Maal Muktafalanchi

Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Moorti
Darshanmaatre Manakamana Poorti
Jai Dev Jai Dev

Ratnakhachit Phara Tuj Gaurikumara
Chandanachi Uti Kumkum Keshara
Heere Jadit Mukut Shobhato Bara
Runjhunti Noopure Charani Ghagaria

Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Moorti
Darshanmaatre Manakamana Poorti
Jai Dev Jai Dev

Lambodar Pitambar Phanivar Vandana
Saral Sond Vakratunda Trinayana
Das Ramacha Vaat Pahe Sadhana
Sankati Paavawe Nirvaani Rakshave Survar Vandana

Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Moorti
Darshanmaatre Manakamana Poorti
Jai Dev Jai Dev

Shendur Laal Chadhayo Achchha Gajmukhko
Dondil Laal Biraje Sut Gaurihar Ko
Hath Liye Gud Laddoo Saai Survar Ko
Mahima Kahe Na Jaay Lagat Hoon Paad Ko

Jai Jai Shri Ganaraj Vidya Sukhdata
Dhanya Tumhara Darshan Mera Man Ramta
Jai Dev Jai Dev

Ashtau Siddhi Daasi Sankatko Bairi
Vighna Vinashan Mangal Murat Adhikari
Kotisooraj Prakash Aibi Chhavi Teri
Gandasthal Madmastak Jhule Shashi Bihari

Jai Jai Shri Ganaraj Vidya Sukhdata
Dhanya Tumhara Darshan Mera Man Ramta
Jai Dev Jai Dev

Bhaav Bhagat Se Koi Sharanagat Aave
Santat Sampat Sabhi Bharpoor Paave
Aise Tum Maharaj Moko Ati Bhaave
Gosawinandan Nishidin Gun Gaave

Jai Jai Shri Ganaraj Vidya Sukhdata
Dhanya Tumhara Darshan Mera Man Ramta
Jai Dev Jai Dev

Sukhkarta Dukhharta Vaarta Vighnachi
Noorvi Poorvi Prem Krupa Jayachi
Sarvaangi Sundar Uti Shendu Raachi
Kanthi Jhalake Maal Muktafalanchi

Jai Dev Jai Dev Jai Mangal Moorti
Darshanmaatre Manakamana Poorti
Jai Dev Jai Dev

Darshanmaatre Manakamana Poorti
Jai Dev Jai Dev

मंदिर और घरों में आरती

यह आरती न सिर्फ मंदिर में बल्कि घर-घर की पूजा का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है। हर रोज़ सुबह-शाम जब परिवार के साथ दीपक जलाकर आरती होती है, तो घर का माहौल सकारात्मक हो जाता है। बच्चे, बड़े, बुज़ुर्ग—हर कोई इसमें गाते, ताली बजाते, खुशियां मनाते हैं। खास बात यह कि, इस आरती की धुन और बोल दोनों ही बहुत आसान हैं, जिससे हर कोई इसे सीख सकता है।

sukh karta dukh harta “सुखकर्ता दुखहर्ता” आरती के फायदे

गणेश जी की इस आरती के पाठ से मन को शांति मिलती है। हिंदू मान्यता के अनुसार, आरती गाने या सुनने से सभी प्रकार के विघ्न (बाधाएं) दूर हो जाती हैं, कोई नयी शुरुआत, जैसे नया बिज़नेस, घर-गृहस्थी, परीक्षा या यात्रा में सफलता की उम्मीद बढ़ जाती है, घर-परिवार में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और भगवान की विशेष कृपा मिलती है।

निष्कर्ष

सुखकर्ता दुखहर्ता” आरती न सिर्फ दिल को छूने वाली है, बल्कि अपनी भाषा और भाव के कारण हर भक्त को गणेश जी के और करीब ले जाती है। अगर आपको और कोई विशेष जानकारी या अन्य धार्मिक आरतियों चाइए तो आप हमे कमेन्ट मे जरूर बताइए 

महत्वपूर्ण सूचना: Hindisanatan.com पर दिए गए गीतों के बोल केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। हम कलाकारों का पूरा सम्मान करते हैं और किसी भी प्रकार की अवैध कॉपी करने का समर्थन नहीं करते। यदि आपको यह संगीत पसंद है, तो कृपया कलाकारों का समर्थन करें और उनके मूल गीतों को आधिकारिक प्लेटफार्मों जैसे Gaana, JioSaavn, iTunes आदि से खरीदें। यदि इस सामग्री को लेकर किसी भी प्रकार की आपत्ति हो, तो गीत मालिक hindisanatan977@gmail.com पर हमसे संपर्क कर सकते हैं। हम 48 घंटों के भीतर प्रतिक्रिया देंगे। आपकी समझ और सहयोग के लिए धन्यवाद

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Jagdish Kumar

नमस्ते मेरा नाम जगदीश कुमार है , मे hindisanatan.com मे चौघड़िया, मंत्र-स्तोत्र, भजन, पाठ और पूजा विधि जैसे आध्यात्मिक विषयों पर लेख लिखता हूँ। मेरा उद्देश्य सनातन धर्म की शुद्ध और प्रमाणिक जानकारी लोगों तक पहुँचाना है।

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